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Story for Kids in Hindi ( Moral stories in Hindi)
1. ईमानदार किसान और जादुई बर्तन ( Hindi Story for Kids )
एक गाँव में एक ईमानदार किसान रहता था जिसका नाम मोहन था। मोहन बहुत मेहनती और सच्चा इंसान था। लेकिन उसकी आर्थिक स्थिति कमजोर थी। हर दिन वह खेत में काम करता और जो थोड़ा-बहुत मिलता, उसी से अपना और अपने परिवार का गुजारा करता।
जादुई बर्तन की खोज
एक दिन, मोहन अपने खेत की जुताई कर रहा था। अचानक उसकी कुदाल किसी ठोस चीज़ से टकराई। उसने ज़मीन खोदी और वहाँ से एक चमकदार बर्तन निकाला। बर्तन साधारण दिख रहा था, लेकिन उसकी चमक किसी खास चीज़ का इशारा कर रही थी।
मोहन ने सोचा, “यह तो बस एक साधारण बर्तन है। इसे मैं घर ले जाकर इस्तेमाल कर सकता हूँ।” जब वह बर्तन को साफ करने के लिए पानी डालने लगा, तो उसने देखा कि बर्तन में अचानक से सोने के सिक्के भर गए।
जादुई बर्तन का चमत्कार
मोहन यह देखकर दंग रह गया। उसने जल्दी से सिक्के निकाले और बर्तन को फिर से देखा। उसने पाया कि बर्तन जो भी चीज़ उसमें डाली जाती, उसे कई गुना…और पढ़ें
Hindi Story for Kids ( Top 10 Moral stories in Hindi)
2. साहसी गिलहरी और विशाल हाथी ( Hindi Story for Kids )
एक बड़े जंगल में, जहाँ हर तरह के जानवर रहते थे, वहाँ एक छोटी सी गिलहरी रहती थी जिसका नाम थी चंचल। वह अपने छोटे कद और फुर्ती के कारण जानी जाती थी। दूसरी ओर, जंगल का सबसे बड़ा जानवर था एक विशाल हाथी जिसका नाम बलवान था।
जंगल का तनाव
हाथी बलवान अपनी ताकत के कारण अभिमानी हो गया था। वह पेड़ों को उखाड़ फेंकता, जानवरों को डराता और बिना किसी कारण के नदी का पानी गंदा कर देता। सारे जानवर उससे परेशान थे, लेकिन कोई भी उसकी ताकत के कारण उसका विरोध नहीं कर पाता था।
एक दिन गिलहरी चंचल ने सोचा, “अगर हम उसे उसकी गलती का अहसास नहीं कराएंगे, तो वह इसी तरह हमें परेशान करता रहेगा।”
गिलहरी की योजना
चंचल ने एक योजना बनाई। वह हाथी के पास गई और बोली, “बलवान भैया, आप जंगल के सबसे ताकतवर जानवर हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मैं भी आपसे ज्यादा ताकतवर हूँ?”
हाथी ने हँसते हुए कहा, “तू मुझसे ताकतवर? यह तो असंभव है! चल, मुझे साबित कर के दिखा।”
चंचल ने कहा, “ठीक है, मैं आपको चुनौती देती हूँ कि आप मेरे साथ एक प्रतियोगिता करें। देखते हैं कि कौन जीतता है।”
प्रतियोगिता का दिन
चंचल ने प्रतियोगिता के लिए एक गहरी खाई चुनी। उसने कहा, “हम दोनों को खाई को पार करना है, लेकिन अपने-अपने तरीके से।” हाथी ने सोचा कि यह…और पढ़ें
Story for Kids in Hindi ( Best Moral Stories hindi)
3. चालाक हिरण और शेर ( Hindi mortal Story )
एक घने जंगल में बहुत सारे जानवर रहते थे। उन जानवरों में एक चालाक हिरण भी था, जिसका नाम चमकू था। वह अपनी बुद्धिमानी और सतर्कता के लिए पूरे जंगल में प्रसिद्ध था।
शेर का शिकारी खेल
जंगल के राजा शेर को हमेशा अपना शिकार बनाने के लिए नए-नए तरीके खोजने की आदत थी। एक दिन शेर ने सोचा, “अगर मैं जंगल के सभी जानवरों को डराकर रोज़ाना अपना भोजन मंगवाऊं, तो मुझे शिकार करने की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी।” उसने जंगल के सभी जानवरों को बुलाया और कहा, “हर दिन मुझे एक जानवर भेज दिया करो। नहीं तो मैं तुम सबको खा जाऊँगा।”
जानवर डर गए और सहमति दे दी। अब हर दिन एक जानवर शेर के पास भेजा जाने लगा। लेकिन जब चमकू की बारी आई, तो उसने सोचा, “मुझे अपनी बुद्धि का उपयोग करके इस समस्या का हल निकालना होगा।”
हिरण की योजना
चमकू ने एक योजना बनाई। वह जानबूझकर शेर के पास देर से पहुँचा। शेर भूखा और गुस्से में था। उसने गरजते हुए पूछा, “तुम इतनी देर से क्यों आए हो?”
चमकू ने विनम्रता से कहा, “महाराज, मैं जल्दी आ रहा था, लेकिन रास्ते में मुझे एक और शेर मिल गया। उसने कहा कि वह असली राजा है और मुझे रोक लिया।”
शेर ने गुस्से में कहा…और पढ़ें
4. ईमानदार किसान और जादुई कुआँ (Hindi mortal Story)
एक छोटे से गाँव में एक ईमानदार किसान रहता था। उसका नाम रमेश था। रमेश बहुत मेहनती और ईमानदार था। वह दिन-रात मेहनत करके अपनी फसल उगाता था। लेकिन एक बार गाँव में बहुत बड़ा अकाल पड़ा और उसकी सारी फसल खराब हो गई।
जादुई कुएँ की खोज
रमेश अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जंगल की ओर चला गया। चलते-चलते उसे एक पुराना कुआँ दिखाई दिया। कुएँ के पास एक बूढ़ा आदमी बैठा था। उसने रमेश से कहा, “यह एक जादुई कुआँ है। इसमें जो भी इच्छा मांगोगे, वह पूरी हो जाएगी, लेकिन तुम्हें इसे ईमानदारी से इस्तेमाल करना होगा।”
रमेश ने धन्यवाद दिया और कुएँ के पास गया। उसने ईमानदारी से अपनी समस्या बताई और प्रार्थना की, “मुझे इतना अनाज दे दो कि मैं अपने परिवार का पेट भर सकूं।” अचानक कुएँ से अनाज से भरे बोरियाँ बाहर आ गईं। रमेश ने अनाज उठाया और खुशी-खुशी घर लौट आया।
लालची पड़ोसी
रमेश का एक पड़ोसी था जो बहुत लालची था। जब उसने रमेश की सफलता की कहानी सुनी, तो उसने भी जादुई कुएँ के पास जाने का…और पढ़ें
5. बुद्धिमान बंदर और मगरमच्छ (Moral stories in Hindi)
बहुत समय पहले की बात है, एक शांत नदी के किनारे एक बड़ा जामुन का पेड़ था। इस पेड़ पर एक बुद्धिमान बंदर रहता था। वह हर दिन मीठे-मीठे जामुन खाता और खुश रहता। वह पेड़ से बहुत लगाव रखता था और उसे अपना घर मानता था।
दोस्ती की शुरुआत
नदी में एक मगरमच्छ भी रहता था। एक दिन वह पेड़ के पास आया और देखा कि बंदर जामुन खा रहा है। मगरमच्छ ने बंदर से कहा, “तुम्हारे जामुन बहुत स्वादिष्ट लग रहे हैं। क्या तुम मुझे भी कुछ जामुन दोगे?” बंदर खुश होकर बोला, “ज़रूर!” और उसने मगरमच्छ को कुछ जामुन तोड़कर दिए। मगरमच्छ को जामुन बहुत पसंद आए और वह रोज़ जामुन खाने के लिए आने लगा।
धीरे-धीरे बंदर और मगरमच्छ की गहरी दोस्ती हो गई। वे एक-दूसरे के साथ समय बिताने लगे। मगरमच्छ को बंदर की बुद्धिमानी बहुत पसंद थी, और बंदर को मगरमच्छ की दोस्ती।
लालच का बीज
एक दिन मगरमच्छ ने अपनी पत्नी को जामुन खाने के बारे में बताया। उसकी पत्नी ने कहा, “अगर ये जामुन इतने स्वादिष्ट हैं, तो सोचो जो इन्हें खाने वाले बंदर का दिल कितना मीठा होगा! मुझे उसका दिल खाना है।” मगरमच्छ को अपनी पत्नी की बात सुनकर…और पढ़ें
6. ईमानदार किसान और सुनहरी नदी (Moral stories in Hindi for Kids)
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में एक ईमानदार किसान रहता था। वह अपनी मेहनत और सच्चाई के लिए पूरे गाँव में प्रसिद्ध था। किसान के पास केवल एक छोटा खेत था और वही उसकी जीविका का साधन था। वह दिन-रात खेत में काम करता और जो कुछ भी उगता, उसे बेचकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता।
दुर्भाग्य का दिन
एक दिन, किसान ने अपने खेत के पास एक छोटी नदी को देखा। नदी का पानी बहुत साफ और चमकदार था। किसान ने सोचा कि वह नदी के पास से थोड़ी मिट्टी लेकर अपने खेत की उर्वरता बढ़ा सकता है। जब वह नदी के पास गया और अपनी फावड़ा नदी में डालकर मिट्टी निकालने लगा, तो अचानक उसका फावड़ा नदी में गिर गया। फावड़ा किसान का एकमात्र साधन था, और उसके गिरने से वह बहुत परेशान हो गया।
देवता का प्रकट होना
किसान की ईमानदारी और दुख देखकर नदी के देवता ने प्रकट होकर पूछा, “हे किसान, तुम क्यों रो रहे हो?”
किसान ने देवता से अपनी समस्या बताई और कहा, “मेरे पास केवल यही एक फावड़ा था, और अब वह नदी में गिर गया है। मैं अपने खेत में काम कैसे करूंगा?”
देवता की परीक्षा
देवता ने किसान की ईमानदारी की परीक्षा लेने का निश्चय किया। उन्होंने नदी में जाकर एक सुनहरे फावड़े को बाहर निकाला और किसान से पूछा…और पढ़ें
7. चालाक लोमड़ी और भोला बकरा (Story for Kids in Hindi)
बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल के पास एक बकरा और एक लोमड़ी रहते थे। लोमड़ी अपनी चालाकी और बुद्धिमानी के लिए जानी जाती थी, जबकि बकरा भोला और सरल स्वभाव का था।
भूख से परेशान लोमड़ी
एक दिन, लोमड़ी बहुत भूखी थी। वह भोजन की तलाश में इधर-उधर घूम रही थी। अचानक, उसे एक गहरी कुएं की ओर ध्यान गया। कुएं में झांकते हुए उसने देखा कि उसमें पानी है। उसकी भूख के साथ प्यास भी तेज हो गई। वह सोचने लगी कि पानी पीने के लिए कुएं में कैसे उतरे। थोड़ी देर में, लोमड़ी ने अपनी चतुराई का उपयोग करते हुए कुएं में छलांग लगा दी। पानी पीकर उसकी प्यास तो बुझ गई, लेकिन अब उसे एहसास हुआ कि वह कुएं से बाहर कैसे निकलेगी।
बकरे का आगमन
थोड़ी देर बाद, बकरा वहां से गुजर रहा था। उसने कुएं में लोमड़ी को देखा और पूछा, “लोमड़ी जी, आप कुएं में क्या कर रही हैं?”
लोमड़ी ने तुरंत जवाब दिया, “यह कुआं बहुत खास है। इसमें का पानी बेहद मीठा और ताजगी भरा है। मैं तो इसे पीकर तरोताजा हो गई हूँ। अगर तुम भी प्यासे हो, तो नीचे आकर इस पानी का मजा लो।”
लोमड़ी की चालाकी
भोले बकरे को लोमड़ी की बात पर विश्वास हो गया। वह भी कुएं में कूद गया और पानी पीने लगा। जब उसकी प्यास बुझी, तो उसने लोमड़ी से पूछा…और पढ़ें
8. ईमानदार किसान और जादुई पेड़ ( Best Hindi Story for Kids)
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गांव में एक ईमानदार किसान रहता था। उसका नाम रमेश था। रमेश गरीब था, लेकिन मेहनती और ईमानदार भी। वह अपनी छोटी सी जमीन पर खेती करता था और किसी तरह अपने परिवार का पालन-पोषण करता था।
जादुई पेड़ की खोज
एक दिन, रमेश अपनी जमीन पर हल चला रहा था। अचानक उसे हल के नीचे से एक अजीब सी आवाज सुनाई दी। रमेश ने हल रोककर जमीन को खोदा। वहाँ एक जादुई पेड़ की जड़ें मिलीं। जैसे ही रमेश ने उन जड़ों को छुआ, पेड़ से आवाज आई, “हे ईमानदार किसान, मैं एक जादुई पेड़ हूँ। यदि तुम मुझसे सच्चे मन से कुछ माँगोगे, तो मैं तुम्हारी हर इच्छा पूरी करूँगा।”
रमेश यह सुनकर चकित रह गया, लेकिन उसने सोचा कि वह केवल अपनी मेहनत से कमाए धन पर निर्भर रहेगा। उसने पेड़ से कहा, “हे जादुई पेड़, मैं तुम्हारी शक्ति की सराहना करता हूँ, लेकिन मैं मेहनत से जीना चाहता हूँ। यदि कभी मेरी जरूरत पड़ेगी, तो मैं तुम्हारी मदद लूंगा।”
गांव में चर्चा
जादुई पेड़ की कहानी धीरे-धीरे पूरे गांव में फैल गई। लोग रमेश के पास आकर पेड़ के बारे में पूछने लगे। कुछ लोग उसे पेड़ का उपयोग करने की सलाह देते, जबकि कुछ उसकी ईमानदारी की प्रशंसा करते। रमेश ने सभी को शांतिपूर्ण तरीके से जवाब दिया और अपनी खेती में ध्यान लगाना जारी रखा।
कठिन समय
कुछ महीनों बाद, गांव में भयंकर सूखा पड़ा। फसलें नष्ट हो गईं, और लोगों को खाने के लिए अनाज तक नहीं मिला। रमेश का परिवार भी इस संकट से प्रभावित हुआ। तब रमेश ने सोचा…और पढ़ें
9. सजग खरगोश और चालाक कछुआ ( best hindi moral story)
बहुत समय पहले की बात है, एक घने जंगल में कई जानवर रहते थे। उनमें से एक तेज दौड़ने वाला खरगोश और एक धीमी चाल वाला कछुआ था। खरगोश अपनी तेज चाल पर बहुत गर्व करता था और अक्सर अन्य जानवरों का मज़ाक उड़ाया करता था।
चुनौती की शुरुआत
एक दिन, खरगोश ने कछुए का मज़ाक उड़ाते हुए कहा, “तुम इतने धीमे हो, तुम्हें चलने में सदियाँ लग जाएंगी!” कछुए ने शांति से जवाब दिया, “तुम्हारी तेज चाल देखकर मुझे जलन नहीं होती। लेकिन अगर तुम इतने ही तेज हो, तो क्यों न हम एक दौड़ लगाएँ?” खरगोश को यह सुनकर हँसी आ गई, और उसने चुनौती स्वीकार कर ली।
दौड़ की तैयारी
दौड़ की घोषणा पूरे जंगल में हो गई। सभी जानवर इस अनोखी दौड़ को देखने के लिए बहुत उत्साहित थे। जंगल के बड़े पेड़ के पास फिनिश लाइन तय की गई थी, और सुबह की पहली किरणों के साथ दौड़ शुरू होनी थी। कछुआ अपनी धीमी चाल और दृढ़ संकल्प के साथ तैयारी कर रहा था, जबकि खरगोश को इस दौड़ को लेकर कोई चिंता नहीं थी। उसने सोचा कि यह दौड़ केवल मजाक है।
दौड़ का दिन
जंगल के सभी जानवर दौड़ देखने के लिए इकट्ठा हुए। सभी ने तालियाँ बजाईं और दोनों प्रतियोगियों का उत्साह बढ़ाया। जैसे ही दौड़ शुरू हुई, खरगोश अपनी तेज गति से दौड़ पड़ा और कछुआ धीरे-धीरे अपनी गति से आगे बढ़ने लगा।
आत्मविश्वास का घमंड
कुछ दूर जाने के बाद खरगोश ने पीछे मुड़कर देखा कि कछुआ बहुत पीछे है। उसने सोचा, “कछुआ तो अभी बहुत दूर है। क्यों न मैं थोड़ी देर आराम कर लूँ?” वह एक पेड़ के नीचे…और पढ़ें
10. ईमानदार लकड़हारा और जादुई नदी (child story in hindi)
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव के पास एक घना जंगल था। उस जंगल में एक ईमानदार लकड़हारा रहता था। वह हर दिन जंगल में पेड़ काटता और गाँव में जाकर लकड़ी बेचकर अपनी रोज़ी-रोटी कमाता।
लकड़हारे का संघर्ष
एक दिन लकड़हारा नदी के किनारे एक पेड़ काट रहा था। अचानक उसकी कुल्हाड़ी हाथ से फिसलकर नदी में गिर गई। लकड़हारा बहुत परेशान हो गया और सोचने लगा, “मेरी कुल्हाड़ी के बिना मैं कैसे काम करूंगा?” वह बैठकर रोने लगा।
नदी का जादू
लकड़हारे की सच्चाई और ईमानदारी से प्रभावित होकर, नदी से एक जलपरी प्रकट हुई। उसने लकड़हारे से पूछा, “तुम क्यों रो रहे हो?” लकड़हारे ने उत्तर दिया, “मेरी कुल्हाड़ी नदी में गिर गई है। अब मैं काम नहीं कर पाऊंगा।”
जलपरी ने मुस्कराते हुए कहा, “चिंता मत करो, मैं तुम्हारी कुल्हाड़ी ढूंढ दूंगी।” उसने पानी में गोता लगाया और सोने की एक चमचमाती कुल्हाड़ी लेकर आई।
ईमानदारी की परीक्षा
जलपरी ने लकड़हारे से पूछा, “क्या यह तुम्हारी कुल्हाड़ी है?” लकड़हारे ने ईमानदारी से कहा, “नहीं, यह मेरी कुल्हाड़ी नहीं है।” फिर जलपरी ने चाँदी…और पढ़ें
11. दोस्ती का जादू: कछुआ और चिड़िया (Short Stories for Kids in hindi )
बहुत समय पहले की बात है, एक खूबसूरत जंगल में एक छोटा सा तालाब था। तालाब के पास एक कछुआ रहता था जो बहुत धीमा और शांत स्वभाव का था। तालाब के ऊपर एक ऊँचे पेड़ पर एक चिड़िया रहती थी। वह बहुत तेज़ और फुर्तीली थी। कछुआ और चिड़िया आपस में गहरे दोस्त थे।
दिन की शुरुआत
हर सुबह चिड़िया तालाब के किनारे कछुए से मिलने आती और उसके साथ बातें करती। कछुआ कहता, “तुम कितनी तेज हो! अगर मैं तुम्हारी तरह उड़ सकता, तो पूरे जंगल की सैर करता।” चिड़िया हँसकर कहती, “और तुम कितने शांत और समझदार हो! तुम्हारे बिना यह तालाब अधूरा है।”
मुश्किल घड़ी
एक दिन, जंगल में एक शिकारी आया। उसने तालाब के पास कछुए को देखा और कहा, “यह कछुआ मेरे लिए स्वादिष्ट भोजन होगा।” शिकारी ने कछुए को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। कछुआ जाल में फंस गया और मदद के लिए चिल्लाने लगा।
चिड़िया ने कछुए की आवाज़ सुनी और तुरंत उसकी मदद करने का सोचा। उसने शिकारी को विचलित करने के लिए उसकी टोपी पर…और पढ़ें
12. चालाक खरगोश और लालची भेड़िया ( Small Story for kids in hindi)
एक समय की बात है, एक घने जंगल में एक चालाक खरगोश और एक लालची भेड़िया रहते थे। जंगल में सभी जानवर खरगोश की बुद्धिमानी और भेड़िया की लालच के किस्से सुनते रहते थे।
खरगोश की योजना
एक दिन भेड़िया ने खरगोश को पकड़ने और उसे खाने की योजना बनाई। भेड़िया ने सोचा, “यह खरगोश हर बार मुझसे बच निकलता है, लेकिन इस बार मैं इसे नहीं छोड़ूंगा।” वह खरगोश के घर के पास जाकर छिप गया। खरगोश ने भेड़िया को छिपते हुए देख लिया और तुरंत एक योजना बनाई।
खरगोश ने जोर से बोलना शुरू किया, “अरे! मुझे इन आमों का स्वाद बहुत अच्छा लगता है। अगर कोई इनका जूस बना दे तो मजा ही आ जाए।” भेड़िया ने यह सुना और सोचा, “अगर मैं इसका काम कर दूं, तो यह मेरे जाल में फंस जाएगा।”
भेड़िया खरगोश के पास आया और बोला, “मैं तुम्हारे लिए आमों का जूस बना सकता हूँ। लेकिन बदले में तुम्हें मेरे लिए एक काम करना होगा।”
खरगोश ने मुस्कराते हुए कहा, “ठीक है, लेकिन पहले जूस बनाओ।”
जूस की चालाकी
भेड़िया आम तोड़कर लाया और जूस बनाना शुरू किया। खरगोश ने सोचा, “जब तक यह जूस बनाएगा, मुझे इससे बचने का रास्ता मिल जाएगा।” खरगोश ने भेड़िया को व्यस्त देख जंगल के दूसरे जानवरों को बुला लिया।
खरगोश ने जानवरों से कहा, “अगर हम सब मिलकर भेड़िया को सबक सिखाएं, तो यह फिर कभी हमें परेशान नहीं करेगा।” सभी…और पढ़ें
13. शेर और चूहे की दोस्ती ( story for kids in hindi pdf)
बहुत समय पहले की बात है, एक घना जंगल था। उस जंगल में एक शक्तिशाली शेर रहता था। वह जंगल का राजा था और सभी जानवर उससे डरते थे। एक दिन, दोपहर की गर्मी में, शेर आराम कर रहा था। अचानक, एक छोटा चूहा वहां आ पहुंचा।
चूहा बहुत शरारती था। वह शेर के पास खेलते-खेलते पहुंच गया और उसके पंजे पर चढ़ने लगा। शेर की नींद टूट गई। उसने गुस्से में अपनी बड़ी-बड़ी आंखें खोलीं और चूहे को पकड़ लिया।
“तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे परेशान करने की?” शेर गरजा।
बेचारा चूहा डर के मारे कांपने लगा। उसने शेर से प्रार्थना की, “महाराज, कृपया मुझे छोड़ दीजिए। मैं वादा करता हूं कि कभी आपको परेशान नहीं करूंगा। शायद एक दिन मैं आपकी मदद कर सकूं।”
शेर ने चूहे की बात सुनकर जोर-जोर से हंसना शुरू कर दिया। “तुम इतने छोटे हो। तुम मेरी क्या मदद करोगे?” लेकिन शेर का दिल बड़ा था। उसने चूहे को छोड़ दिया।
चूहा भागकर अपने बिल में चला गया। उसने शेर को धन्यवाद कहा और वादा किया कि वह हमेशा उसकी मदद करेगा।
कुछ दिनों बाद, शेर जंगल में शिकार के लिए निकला। अचानक, वह एक शिकारी के जाल में फंस गया। उसने खुद को बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन…और पढ़ें
14. विश्वास और मेहनत की ताकत (Short Moral Stories for Kids in Hindi )
पुराने समय की बात है। सुखपुर नाम का एक छोटा और सुंदर गांव था। गांव के बीच में एक प्राचीन कुआं था, जिसे लोग “जादुई कुआं” कहते थे। गांव के बुजुर्गों का कहना था कि अगर कोई सच्चे दिल से मेहनत करके उस कुएं से प्रार्थना करे, तो उसकी हर इच्छा पूरी हो सकती है। लेकिन शर्त यह थी कि मेहनत ईमानदारी से होनी चाहिए।
रमेश की मुश्किलें
गांव में रमेश नाम का एक लड़का रहता था। वह गरीब था और उसकी मां बहुत बीमार रहती थी। उसके पिता का बचपन में ही देहांत हो गया था। रमेश पर पूरे घर की जिम्मेदारी थी। वह हर रोज जंगल से लकड़ियां काटकर बाजार में बेचता था। जो पैसा कमाता, उसी से घर चलता था। लेकिन अब उसकी मां की दवाइयों और इलाज के लिए पैसे नहीं थे।
जादुई कुएं की कहानी
एक दिन रमेश ने गांव के बुजुर्ग से जादुई कुएं की कहानी सुनी। उसने सोचा, “अगर यह सच है, तो मुझे भी अपनी समस्या का समाधान मिल सकता है। लेकिन मुझे मेहनत और विश्वास से अपनी कोशिश करनी होगी।”
रमेश की मेहनत
रमेश ने ठान लिया कि वह अपने लक्ष्य के लिए जी-जान लगा देगा। वह रोजाना सूरज उगने से पहले उठता और जंगल में लकड़ियां काटता। दिन-भर मेहनत करता और जो कुछ कमा सकता, कमा लेता। वह कभी-कभी भूखा सो जाता, लेकिन अपनी मां के इलाज के लिए पैसे बचाता रहा।
गांव वालों का मजाक
रमेश की लगन देखकर कुछ गांव वाले उसका मजाक उड़ाने लगे। वे कहते, “जादुई कुएं की कहानी सिर्फ एक कहानी है। इससे कुछ नहीं होगा। तुम अपना समय बर्बाद कर रहे हो।” लेकिन रमेश ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया। वह जानता था कि मेहनत और विश्वास का फल जरूर मिलता है।
जादुई कुएं के पास
कई महीनों की मेहनत के बाद, रमेश ने कुछ पैसे बचा लिए। वह जादुई कुएं के पास गया। उसने अपनी मेहनत से कमाए पैसे कुएं के पास रखे और हाथ जोड़कर…और पढ़ें
15. सच्चे साहस की कहानी ( Short Stories for Kids pdf in Hindi)
राधा एक छोटे से गांव में रहती थी। वह सिर्फ दस साल की थी लेकिन उसकी बुद्धिमानी और साहस के चर्चे पूरे गांव में थे। गांव के पास एक बड़ा जंगल था जिसे लोग “भूतों का जंगल” कहते थे।
रहस्यमयी घटना
एक रात गांव में किसी ने अपने मवेशी खोने की खबर दी। मवेशी जंगल की ओर चले गए थे। गांव के लोग डर के कारण जंगल में जाने की हिम्मत नहीं कर रहे थे। राधा ने सोचा, “अगर सभी डरते रहेंगे तो मवेशी वापस नहीं आएंगे। मुझे कुछ करना होगा।”
राधा का साहस
राधा ने अपनी टॉर्च और अपनी प्यारी बिल्ली मिट्टी को साथ लिया। वह जंगल की ओर बढ़ चली। रास्ते में उसने कई अजीब आवाजें…और पढ़ें
16. दोस्ती का असली मतलब ( Best Hindi Story for Kids)
गांव के पास एक हरे-भरे जंगल में चार दोस्त रहते थे – मिन्नी चूहिया, चिंटू खरगोश, मोनू बंदर, और सोनू कछुआ। वे सब एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे और हमेशा साथ रहते थे।
मिन्नी की योजना
एक दिन मिन्नी ने कहा, “चलो, आज हम जंगल के उस पार वाली झील पर चलते हैं। वहां बहुत मज़ा आएगा!” सबने खुशी-खुशी हामी भरी। लेकिन सोनू कछुआ धीरे चलता था। चिंटू ने कहा, “अरे सोनू, तुमसे तो झील तक पहुंचते-पहुंचते रात हो जाएगी!”
सोनू उदास हो गया, लेकिन मोनू ने कहा, “चिंता मत करो सोनू, हम सब साथ चलेंगे। दोस्ती का मतलब ही यही है कि एक-दूसरे का साथ देना।”
रास्ते की चुनौतियां
सबने साथ चलना शुरू किया। रास्ते में एक बड़ी नदी आई। मिन्नी ने कहा, “मैं तो कूदकर पार कर लूंगी। मोनू, तुम भी पेड़ों पर झूलकर निकल जाओगे। लेकिन सोनू और चिंटू का क्या होगा?”
मोनू ने तुरंत एक योजना बनाई। उसने पास की बेलों से एक मजबूत रस्सी बनाई। सबने मिलकर सोनू को रस्सी के सहारे नदी पार करवाई।
शेर से सामना
आगे बढ़ते ही जंगल का राजा शेर उनके सामने आ गया। शेर ने गरजते हुए कहा, “तुम सब मेरे जंगल में बिना इजाजत क्यों घूम रहे हो?”
मिन्नी डर गई, लेकिन मोनू ने साहस दिखाते हुए कहा, “हम यहां दोस्ती के लिए आए हैं। अगर आप हमें जाने देंगे तो हम आपको एक…और पढ़ें
17. चालाक कौआ और लोमड़ी (child story in hindi)
एक बार की बात है, एक घने जंगल में एक चालाक कौआ रहता था। उसका नाम काली था। काली बहुत बुद्धिमान और सतर्क था। वह हमेशा अपनी चतुराई से दूसरों की मदद करता और मुसीबतों से खुद को बचाता था।
एक दिन, काली बहुत भूखा था। वह खाने की तलाश में इधर-उधर उड़ने लगा। तभी उसे एक पेड़ के नीचे रोटी का टुकड़ा पड़ा हुआ दिखा। काली ने झटपट नीचे आकर रोटी उठाई और पास के एक पेड़ की डाल पर जा बैठा।
उसने रोटी को अपनी चोंच में पकड़ा और खाने की तैयारी करने लगा। लेकिन तभी, एक चालाक लोमड़ी वहाँ आ पहुँची। लोमड़ी बहुत भूखी थी और उसने कौए के मुँह में रोटी देख ली।
लोमड़ी ने सोचा, “अगर मैं चालाकी से काम लूँ, तो यह रोटी मेरे हाथ आ सकती है।” उसने तुरंत एक योजना बनाई और कौए के पास गई।
लोमड़ी ने मीठी आवाज में कहा, “नमस्ते कौआ भैया! आप कितने सुंदर लग रहे हैं। आपकी चमकदार काली पंखों की क्या बात है! मुझे तो लगता है कि आप जरूर गाना भी बहुत अच्छा गाते होंगे। क्या मैं आपका गाना सुन सकती हूँ?”
कौआ ने लोमड़ी की बातों पर ध्यान दिया। उसे लोमड़ी की तारीफ सुनकर बहुत अच्छा लगा। लेकिन वह सतर्क भी था। उसने सोचा, “यह लोमड़ी…और पढ़ें
18. बहादुर खरगोश की चालाकी ( Famous Hindi Stories for Kids)
बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक छोटा-सा खरगोश रहता था। वह बहुत चतुर और बहादुर था। उसका नाम चीकू था। चीकू हमेशा मुस्कुराता रहता और अपने दोस्तों की मदद करता था। जंगल के सभी जानवर उसे बहुत पसंद करते थे।
एक दिन जंगल में एक भयानक शेर आया। वह हर दिन एक जानवर को पकड़कर खा जाता था। सभी जानवर डर के मारे छिपने लगे। जंगल के राजा शेर ने ऐलान किया कि हर दिन एक जानवर को उसके पास भेजा जाए, वरना वह पूरे जंगल को नष्ट कर देगा।
डर के मारे जानवरों ने शेर की बात मान ली और बारी-बारी से जानवर उसके पास जाने लगे। सभी जानवर दुखी थे। एक दिन खरगोश की बारी आई।
चीकू ने सोचा, “अगर मैं भी डरकर चला गया, तो जंगल के सभी जानवर मर जाएंगे। मुझे कुछ करना होगा।” उसने एक योजना बनाई।
चीकू धीरे-धीरे शेर के पास गया। वह जानबूझकर देर से पहुँचा। शेर गुस्से में दहाड़ा, “तू इतनी देर से क्यों आया?”
चीकू ने डरने की जगह कहा, “महाराज, रास्ते में मुझे एक और शेर मिला। वह कह रहा था कि यह जंगल उसका है। उसने मुझे रोक लिया और कहा…और पढ़ें
19. सच्ची दोस्ती की ताकत ( best hindi moral story)
एक छोटे से गाँव में दो दोस्त रहते थे – राजू और मोहन। वे दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे और हर समय एक साथ रहते थे। राजू बहुत चतुर था, जबकि मोहन थोड़ा डरपोक था। लेकिन दोनों का दिल सोने जैसा था।
गाँव के पास एक घना जंगल था, जहाँ लोग कम ही जाते थे। एक दिन राजू और मोहन ने जंगल में घूमने का फैसला किया। वे दोनों खुशी-खुशी जंगल में घूमने निकल पड़े।
जंगल में घुसते ही उन्हें पेड़ों की हरियाली और पक्षियों की चहचहाहट ने मंत्रमुग्ध कर दिया। वे दोनों खेलते और बातें करते हुए आगे बढ़ते गए। अचानक, उन्हें झाड़ियों में कुछ हलचल सुनाई दी।
राजू ने तुरंत अंदाजा लगाया कि वहाँ कोई जंगली जानवर हो सकता है। वह फौरन एक पेड़ पर चढ़ गया। लेकिन मोहन पेड़ पर चढ़ना नहीं जानता था। वह डर के मारे काँपने लगा। तभी एक बड़ा भालू झाड़ियों से बाहर निकला।
मोहन को कुछ नहीं सूझा, तो वह ज़मीन पर लेट गया और साँस रोक ली। उसने सुना था कि भालू मरे हुए लोगों को नहीं छूते। भालू मोहन के पास आया, उसे सूँघा और वहाँ से चला गया।
जब भालू चला गया, तो राजू पेड़ से नीचे उतरा और मोहन से पूछा, “भालू ने तुम्हारे कान में क्या कहा?” मोहन ने जवाब दिया, “भालू ने कहा कि सच्चे दोस्त मुसीबत में साथ नहीं छोड़ते।”
राजू को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने मोहन से माफी माँगी। मोहन ने उसे माफ कर दिया, लेकिन उसके दिल में राजू के लिए थोड़ा-सा शक बैठ गया।
इसके बाद, दोनों दोस्तों ने तय किया कि वे एक-दूसरे का हमेशा साथ देंगे और कभी किसी को मुसीबत…और पढ़ें
20. रामू का पेन ( hindi moral stories for kids with pictures)
बहुत समय पहले की बात है, एक छोटे से गाँव में रामू नाम का एक लड़का रहता था। वह बहुत ही होशियार और समझदार था, लेकिन उसकी एक आदत थी – वह हमेशा अपना पेन कहीं न कहीं भूल जाता था। चाहे स्कूल हो या घर, पेन उसके पास कभी पूरा नहीं रहता था।
एक दिन, रामू स्कूल में अपनी किताबों को खोलकर बैठा था। उसने सोचा कि आज वह पूरी ईमानदारी से पढ़ाई करेगा। लेकिन जैसे ही उसने अपनी किताब खोली, उसे याद आया कि उसका पेन स्कूल बैग में नहीं था। वह परेशान हो गया क्योंकि बिना पेन के वह अपनी लिखाई नहीं कर सकता था।
रामू को इस बात का एहसास हुआ कि अगर उसने अपनी चीजों को सही जगह पर रखा होता, तो उसे बार-बार चीजें नहीं खोनी पड़ती। उसे बहुत बुरा लगा, और उसने ठान लिया कि अब वह अपनी चीजों का ध्यान रखेगा।
वह अपनी कक्षा से बाहर आया और अपने दोस्त मोहन से पेन माँगा। मोहन ने उसे पेन दे दिया, लेकिन रामू ने सोच लिया कि वह अब अपना पेन…और पढ़ें
21. सच्चाई हमेशा जीतती है (stories in hindi for kids with moral)
एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था, जिसका नाम मोहन था। मोहन बहुत ही ईमानदार और मेहनती बच्चा था। वह हमेशा अपनी माँ की मदद करता और स्कूल में भी अच्छे अंक प्राप्त करता था। मोहन को अपनी पढ़ाई के अलावा एक और शौक था – वह बहुत अच्छा चित्रकार भी था।
एक दिन गाँव में एक बड़ा मेला लगा। गाँव के सभी लोग उस मेले का हिस्सा बनने के लिए इकट्ठा हुए। मोहन का भी मन था कि वह इस बार मेले में चित्रकला का एक प्रतियोगिता जीतने की कोशिश करे। मेले में बहुत से बच्चे आए थे, और सबने अपनी कला का प्रदर्शन किया। मोहन ने एक सुंदर सी पेड़ और पक्षी की तस्वीर बनाई। उसकी चित्रकला बहुत सुंदर थी, और सभी लोग उसकी तारीफ कर रहे थे।
लेकिन वहाँ पर एक और बच्चा था, जिसका नाम सूरज था। सूरज ने भी एक चित्र बनाया था, लेकिन उसकी चित्रकला की गुणवत्ता उतनी अच्छी नहीं थी। सूरज ने अपने चित्र को मोहन के चित्र के पास रखकर उसे चोरी से बदल दिया। जब निर्णायक पैनल ने चित्रों की जाँच…और पढ़ें
22. चतुर खरगोश और चालाक लोमड़ी (Story for Kids in Hindi)
बहुत समय पहले की बात है, एक हरे-भरे जंगल में एक चतुर खरगोश रहता था। उसका नाम मिंकी था। मिंकी बहुत तेज और समझदार था। उसकी बुद्धिमत्ता की चर्चा पूरे जंगल में थी। उसके अच्छे स्वभाव के कारण सभी जानवर उसे पसंद करते थे।
वहीं, उसी जंगल में एक चालाक लोमड़ी भी रहती थी, जिसका नाम था टोमी। टोमी हमेशा दूसरे जानवरों को धोखा देकर अपना पेट भरती थी। लेकिन वह मिंकी को कभी धोखा नहीं दे पाई थी। इसलिए वह मिंकी से चिढ़ती थी और उसे सबक सिखाना चाहती थी।
लोमड़ी की चालाकी
एक दिन टोमी ने सोचा, “इस बार मैं मिंकी को अपने जाल में फँसाकर ही रहूँगी।” उसने एक योजना बनाई। टोमी ने जंगल के एक हिस्से में मीठे और ताजे गाजर का ढेर रख दिया और उसे छिपकर देखने लगी।
मिंकी को गाजर बहुत पसंद थे। जब उसने गाजर का ढेर देखा, तो वह खुश हो गया। लेकिन चतुर मिंकी को तुरंत संदेह हुआ। उसने सोचा, “इस जंगल में इतने ताजे गाजर कहाँ से आए? जरूर इसमें कुछ गड़बड़ है।”
मिंकी ने आसपास देखा, लेकिन उसे कुछ नहीं दिखा। उसने अपनी बुद्धि का इस्तेमाल किया। उसने कुछ दूरी पर जाकर ज़ोर से आवाज़…और पढ़ें
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