Viduthalai Part 2: विजय सेतुपति और Vetri Maaran की यह फिल्म सामाजिक असमानता और सत्ता के दुरुपयोग पर आधारित है। जानें फिल्म का रिव्यू और इसकी खास बातें।
Director: Vetri Maaran
Cast: विजय सेतुपति, मंजू वारियर, सूरी, चेतन
Runtime: 170 मिनट
Genre: पॉलिटिकली चार्ज्ड ड्रामा
फिल्म की कहानी और मजबूत पॉइंट्स
Viduthalai Part 2 की कहानी एक ऐसे मासूम शिक्षक पेरूमल वाथियार (विजय सेतुपति) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो हालातों से मजबूर होकर हथियार उठा लेता है और एक अलगाववादी नेता बन जाता है। फिल्म इस बात को गहराई से दिखाती है कि सिस्टम, जो जनता की रक्षा के लिए है, कैसे उनके खिलाफ काम करता है और जो इसके खिलाफ खड़ा होता है, उसे आतंकवादी करार दिया जाता है।
फिल्म में कई भावुक और गहरे सीन देखने को मिलते हैं। एक सीन में वाथियार पर गिरे पत्ते और बारिश के जरिये प्रकृति उसे अन्याय रोकने के लिए जगाने की कोशिश करती है। यह प्रतीकात्मकता Vetri Maaran के निर्देशन की गहराई को दर्शाती है।
Viduthalai Part 1 और Part 2 की तुलना
पहली फिल्म, जिसमें कॉन्स्टेबल कुमरेसन (सूरी) की कहानी दिखाई गई थी, दर्शकों को इमोशनली जोड़ने में सफल रही थी। दूसरी फिल्म मुख्य रूप से वाथियार के संघर्षों पर केंद्रित है। हालांकि, यह कई जगहों पर पहले पार्ट की तुलना में कमजोर साबित होती है। यह भी पढ़े: UI Movie Review
Viduthalai Part 2 में कुमरेसन का संघर्ष और उनकी प्रेमिका तमिझरासी (भवानी श्री) का जिक्र लगभग गायब है। इसके अलावा, फिल्म का लगभग तीन घंटे का रनटाइम और धीमी गति दर्शकों की धैर्य की परीक्षा लेता है।
फिल्म का पॉलिटिकल संदेश
यह फिल्म सामाजिक असमानता, सत्ता का दुरुपयोग और सिस्टम की खामियों को उजागर करती है। वाथियार का किरदार दर्शाता है कि कैसे एक आम आदमी संघर्ष करते-करते लोगों का नेता बन जाता है।
प्रदर्शन और तकनीकी पक्ष
- विजय सेतुपति: वाथियार के रूप में उन्होंने शानदार परफॉर्मेंस दी है।
- इलैयाराजा का म्यूजिक: बैकग्राउंड स्कोर कहानी के मूड को और गहरा करता है।
- एक्शन और सिनेमैटोग्राफी: जंगल के दृश्य और एक्शन सीक्वेंस तकनीकी रूप से उत्कृष्ट हैं।
हालांकि lip-sync के मुद्दे फिल्म की खूबसूरती को थोड़ा कम कर देते हैं।
कमियां
- फिल्म का मुख्य फोकस विजय सेतुपति के किरदार पर है, जिससे बाकी पात्रों को कम स्क्रीन टाइम मिलता है।
- कहानी कई जगहों पर preachy महसूस होती है और पार्ट 1 की इमोशनल गहराई को दोहराने में असफल रहती है।
- क्लिफहैंगर एंडिंग दर्शकों को संतुष्ट नहीं करती।
क्या देखें या छोड़ें?
Viduthalai Part 2 एक मजबूत राजनीतिक संदेश देती है और विजय सेतुपति का अभिनय इसे एक बार जरूर देखने लायक बनाता है। हालांकि, अगर आपने पहले पार्ट को पसंद किया था, तो यह फिल्म थोड़ी निराश कर सकती है।
Viduthalai Part 2 फिलहाल सिनेमाघरों में चल रही है।